अगर आप स्मार्ट टीवी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपको भविष्य में ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ें। दरअसल, आईपीएल के दौरान टीवी की बिक्री में उछाल के बाद कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अप्रैल के अंत तक कंपनियों के स्मार्ट टीवी की कीमतें 10 फीसदी तक बढ़ सकती हैं। ओपन सेल रेट बढ़ने के कारण कंपनियों ने कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है. आइए आपको विस्तार से जानकारी देते हैं और यह भी बताते हैं कि टीवी इंडस्ट्री के लोगों का इस बारे में क्या कहना है।
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में भी कीमतें बढ़ाई गई थीं. टीवी बनाने में ओपन सेल एक आवश्यक घटक है। यह उत्पादन लागत में 60-65 प्रतिशत का योगदान देता है। दरअसल, एक साल में ओपन सेल की कीमतें करीब 30 फीसदी बढ़ गई हैं. टेलीविज़न पैनल निर्माताओं को उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी।
इस पर एसपीपीएल के सीईओ अवनीत सिंह मारवाह का कहना है कि ब्लौपंकट की रणनीति फीचर्स और गुणवत्ता से समझौता किए बिना बढ़ती मांग को पूरा करना है। हमने प्रीमियम किफायती कीमतों की पेशकश करने वाले ब्रांड के रूप में बाजार में अपना नाम बनाया है। इसके अलावा, हमने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर 4K और QLED टेलीविज़न के लिए ब्लौपंकट को सबसे अधिक बिकने वाले ब्रांडों में से एक के रूप में स्थापित किया है।
हमारा लक्ष्य उपभोक्ताओं को किफायती लेकिन फीचर से भरपूर टीवी पेश करके मूल्य प्रदान करना है जो उनके देखने के अनुभव को बेहतर बनाता है। ब्लौपंकट के साथ, ग्राहक सामर्थ्य और नवीन सुविधाओं के सही मिश्रण की उम्मीद कर सकते हैं।
इसके अलावा, आईपीएल जैसे आयोजनों और इसकी तैयारियों के कारण स्मार्ट टीवी की मांग में वृद्धि पर अवनीत का कहना है कि हमने प्रीमियम सेगमेंट के टेलीविजन की मांग में वृद्धि देखी है, जो ऐसे आयोजनों के दौरान बेहतर देखने का अनुभव चाहने वाले उपभोक्ताओं द्वारा प्रेरित है। इसके अतिरिक्त, पहली बार आने वाले दर्शकों के बीच बड़े स्क्रीन आकार चुनने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जिसमें 40- और 32 इंच के टीवी विशेष रूप से लोकप्रिय विकल्प हैं। साथ ही, हमारा लक्ष्य अपनी बाजार स्थिति को मजबूत करना और भारत में स्मार्ट टीवी बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना है।
आपको बता दें कि आमतौर पर टीवी पैनल की कीमतें बढ़ाने का फैसला निर्माताओं पर निर्भर करता है, लेकिन कीमत कम करने के लिए वे अगले महीने टीवी की कीमत 10 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक, विशेषज्ञों का मानना है कि इससे छोटे और बड़े दोनों स्क्रीन वाले टेलीविजन पैनल में बढ़ोतरी हो सकती है।